


स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को मोटापे के बढ़ते खतरे से सावधान रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा, “हमें मोटा होने से बचना चाहिए और जीवनशैली व खानपान की आदतों में बदलाव की अपील की। प्रधानमंत्री ने कहा कि मोटापा भारत में तेजी से एक गंभीर स्वास्थ्य चुनौती बन रहा है, जिसका कारण निष्क्रिय जीवनशैली और खाने में अत्यधिक तेल का इस्तेमाल है। उन्होंने परिवारों से अपील की, “खाने में इस्तेमाल होने वाले तेल को 10% कम करें।”
पीएम मोदी का यह संदेश सरकार की मौजूदा एंटी-ओबेसिटी के अनुकूल है जिसमें फिट इंडिया मूवमेंट, पोषण अभियान और ईट राइट इंडिया जैसे कार्यक्रम शामिल हैं। पीएम मोदी ने खेलों की भूमिका पर भी जोर दिया और कहा कि खेल न केवल शरीर को फिट रखते हैं, बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ाते हैं। उन्होंने कहा, “पहले माता-पिता बच्चों को खेलने से रोकते थे, अब उन्हें प्रोत्साहित करते हैं, यह अच्छी बात है।”
उन्होंने खेलो इंडिया नीति की सराहना करते हुए कहा कि यह नीति जमीनी स्तर पर खेल प्रतिभाओं को निखार रही है और एक मजबूत खेल ढांचा तैयार कर रही है। उन्होंने कहा, “हम खेलों का पूरा इकोसिस्टम विकसित करना चाहते हैं और इसे दूरदराज के इलाकों तक पहुंचाना चाहते हैं।”
वहीं प्रधानमंत्री ने विकास के मोर्चे पर भी बड़ा ऐलान किया कि पूर्वी भारत के विकास के लिए हजारों करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट शुरू किए गए हैं। उन्होंने कहा, “हम पिछड़े इलाकों को प्राथमिकता देना चाहते हैं। जीवन के हर क्षेत्र में विकास होना चाहिए।” पीएम मोदी का यह संदेश स्वास्थ्य, विकास और सांस्कृतिक बदलाव को एक साथ जोड़ता है। देश के 79वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि असली आजादी सिर्फ राजनीतिक स्वतंत्रता में नहीं, बल्कि व्यक्तिगत जिम्मेदारी, समान विकास और स्वस्थ भविष्य में है।